क्षेत्र से बरामद 38 ड्रम स्प्रिट से 50 लाख रुपये कीमत की बनाई जा सकती थी मिलावटी शराब।रानीगंज/प्रतापगढ़रानीगंज कोतवाली के सराय जमुनी में जिस निर्माणाधीन मकान में लाखों रूपये की अवैध स्प्रिट पकड़ी गई, वह मकान रात्रि में पूरी तरह से जमींदोज कर दिया गया। कुछ दिन पूर्व फतनपुर थाना क्षेत्र में शराब बनाने वाला केमिकल उतरते समय पकड़ा गया था, प्रतापगढ़ के रानीगंज विधानसभा क्षेत्र में कल हुई अवैध और जहरीली शराब की बरामदगी के मामले में पुलिस कप्तान सतपाल अंतिल के निर्देश पर सीओ रानीगंज अतुल अंजान और खुलासे में लगी टीम को अहम सुराग मिले हैं। आबकारी विभाग के तीन सिपाहियों की इस अवैध कारोबार में संलिप्तता के भी साक्ष्य मिले हैं। सूत्रों से मिली जानकारी में आबकारी विभाग के मामूली से सिपाही के पास शराब की काली कमाई से करोड़ों रुपए का बेशकीमती बंगला प्रयागराज में है। अवैध कारोबार में संलिप्त आबकारी विभाग के सिपाहियों की मिलीभगत से प्रतापगढ़ ही नहीं सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में नकली शराब की तस्करी होती है। नाकामी छिपाने के लिए निर्माणाधीन मकान को तो कहीं जमींदोज न कराया गया होअवैध शराब में संलिप्त शराब के कारोबारियों और शराब माफियाओं के साथ आबकारी विभाग के कर्मचारियों की तिकड़ी का प्रतापगढ़ पुलिस जल्द ही खुलासा कर सकती है। विधायक रानीगंज धीरज ओझा ने समाज में जहर का कारोबार करने वाले माफियाओं और आबकारी विभाग के कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग की है। परन्तु यह बात समझ में नहीं आ रही है कि विधायक धीरज ओझा एक तरफ रानीगंज में नकली शराब के रूप में जहर बेंचने वाले के विरुद्ध कार्रवाई की मांग करते हैं और दूसरी तरफ पूर्व ब्लॉक प्रमुख गौरा राकेश सरोज के यहाँ शराब बनाने वाले केमिकल पकड़े जाने पर उन्हें थाने छुड़ाने पहुँच जाते हैं और थाने पर जमकर हंगामा करते हैं। विधायक धीरज ओझा की यह दोहरी नीति लोगों के समझ में नहीं आ रही है। विधायक धीरज ओझा की दोहरी नीति से शासन और प्रशासन भी खासा हैरान व परेशान है।