नवरात्रि में धार्मिक कार्यक्रम के नाम पर हो रहा फिल्मी गानों पर बार बालाओं का डांस
रिपोर्ट, गुलाम मुस्तफा
बहराइच। मिहींपुरवा क्षेत्र के हरखापुर में कई वर्षों से लगातार नवरात्रि के शुभ अवसर पर रामलीला का आयोजन किया जाता है और फिर दशहरा के दिन रावण भी जलाया जाता है पिछले वर्ष कोविड-19 के प्रोटोकाल के तहत कार्यक्रम स्थगित भी करा दिया गया था इस बार प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशानुसार दशहरा कार्यक्रम में वा नवरात्रि ज्यादा भीड़ शामिल ना होने की बात कही गई है 100 से अधिक लोगों की अनुमति कार्यक्रम स्थल पर ना हो इस पर विशेष ध्यान दें और प्रवेश द्वार पर कोविड-19 के बचाव के लिए सैनिटाइजर मास्क इत्यादि जैसी व्यवस्थाएं भी कराई जाए ऐसा निर्देश दिया गया है इसके बावजूद मिहींपुरवा क्षेत्र के हरखापुर में मर्यादा पुरुषोत्तम राम के आदर्शों की कला को कलाकारों द्वारा किया जा रहा रामलीला और फिर उन्हीं के आदर्शों की उड़ाई जा रही धज्जियां सिर्फ धार्मिक कार्यों का नाम रखकर बनाया जा रहा धर्म का मजाक खुलेआम वीडियो में देखा जा सकता है कि किस प्रकार से फिल्मी गानों पर हो रहा नृत्य प्रोग्राम नृत्य प्रोग्राम देखने के लिए काफी दूर-दूर से लोग भारी से भारी संख्या में पहुंचते हैं वहीं एक तरफ धर्म से संबंधित कार्यक्रम किए जाते हैं जिससे मर्यादा पुरुषोत्तम राम वा रावण की लीलाओं का वर्णन किया जाता है और कलाकारों के द्वारा सुंदर झांकियां प्रस्तुत की जाती हैं लेकिन वहीं पर जबरदस्त डांस का भी प्रोग्राम किया गया है प्रशासनिक कर्मचारियों व क्षेत्रीय अधिकारी कर्मचारियों के द्वारा क्या कुछ निर्देश दिए गए हैं दुर्गा पूजा समिति को लेकर के धार्मिक कार्यों की अनुमति मिल गई है लेकिन ऐसे में खुलेआम फुल वॉल्यूम में फिल्मी गानों पर डांस यह कहीं ना कहीं धर्म का अपमान नजर आ रहा है प्रशासनिक कर्मचारी दिशा निर्देशों का पालन करें और ऐसे कार्यक्रमों पर प्रतिबंध लगाया जाए