हरदोई। आज के बदलते दौर में जहां लोग चंद पैसों के लिए अपना दीन- ईमान बेच देते है, वहीं कुछ लोग ईमानदारी की लौ जलाए रखें हैं। ईमानदारी की एक ऐसी ही अनोखी मिशाल पेश की है, मुरादाबाद मंडल (रेलवे) के अंतर्गत बालामऊ जंक्शन पर आरपीएफ में तैनात कांस्टेबल भूपेन्द्र कादयान ने पेश की है। जिन्होंने एक महिला यात्री का ट्रेन में छूटा स्वर्ण आभूषणों से भरा बैग उन्हें वापस लौटा दिया। दरअसल शुक्रवार को कछौना निवासी रूबीना बांगरमऊ से ट्रेन नंबर 04342 (बालामऊ एक्सप्रेस) से बालामऊ आ रही थी। शाम करीब सात बजे बालामऊ में ट्रेन से उतरने समय धोखे से उनका पर्स ट्रेन में ही छूट गया। रूटीन चेकअप के दौरान ट्रेन के कोच नंबर एन.आर.143557 में कांस्टेबल भूपेन्द्र कादयान को वो पर्स सीट के पास पड़ा मिला। उस पर्स को खोलने पर उसमें सोने की एक चैन,सोने की दो अंगूठियों सहित सैमसंग कंपनी का एक एंड्रॉयड फोन व दो सौ रुपये नकद मिले। पर्स में मिले मोबाइल फोन से कुछ नंबरों पर बात होने के बाद संबंधित महिला को पर्स मिलने की जानकारी दी गई। इसके बाद यात्री ने अपने परिजनों के साथ बालामऊ स्टेशन आकर अपना सभी सामान सही सलामत रूप से प्राप्त किया। निम्नवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाली रूबीना के साथ इतनी बड़ी घटना होने के बाद उस पर तो जैसे दुखों का पहाड़ ही टूट पड़ा था, लेकिन जैसे ही उसको सूचना मिली कि उसका खोया हुआ सामान एकदम सुरक्षित है, और अब वापस मिलने वाला है तो उसे ये एक चमत्कार जैसा ही लगा था। सभी सामान सुरक्षित मिलने पर यात्री व उसके परिजनों ने आरपीएफ जवान भूपेंद्र कादयान की भूरि- भूरि सराहना करते हुए ह्दय से आभार व्यक्त किया। बता दे कि हरियाणा राज्य के सोनीपत के निवासी व किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले भूपेंद्र कादयान रेसलिंग स्पोर्ट्स में मेडलिस्ट हैं, और वर्तमान में मुरादाबाद मंडल के बालामऊ जंक्शन पर आरपीएफ थाने में आरक्षी के पद पर तैनात हैं। एक विशेष बातचीत में उन्होंने बताया कि उन्हें बचपन से ही उनके माता पिता ने अपने फर्ज के प्रति सदैव ईमानदार रहने की नसीहत दी है। 2019 में आरपीएफ में नियुक्ति के बाद अपनी ड्यूटी के दौरान सदैव रेल यात्रियों की सुरक्षा और उन्हें संतुष्टि प्रदान करना ही उनकी प्राथमिकता रही है। वहीं बालामऊ जंक्शन के आरपीएफ प्रभारी महेंद्र सिंह ने बताया कि आरपीएफ कांस्टेबल भूपेंद्र कादयान की ओर से किया गया ये कार्य अत्यंत सराहनीय और प्रशंसनीय है। भूपेंद्र के इस उत्कृष्ट कार्य के संदर्भ में सीनियर कमांडेंट आरपीएफ-मुरादाबाद को जानकारी उपलब्ध करा दी गई है।
