अभाविप ने किया नूतन और पुरातन कार्रकर्ता सम्मेलन
सासनी- 2 नवंबर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के अनुसार, छात्रशक्ति ही राष्ट्रशक्ति होती है। विद्यार्थी परिषद् का मूल उद्देश्य राष्ट्रीय पुनर्निर्माण है। स्थापना काल से ही संगठन ने छात्र हित और राष्ट्र हित से जुड़े प्रश्नों को प्रमुखता से उठाया है और देशव्यापी आंदोलनों का नेतृत्व किया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने छात्र-हित से लेकर भारत के व्यापक हित से सम्बद्ध समस्याओं की ओर बार-बार ध्यान दिलाया है।
यह बिचार कस्बा के श्री रामलीला मैदान में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नूतन पुरातन कार्रकर्ता सम्मेलन के दौरान मुख्यातिथि के रूप में मौजूद वरिष्ठ पत्रकार यतेन्द्र शर्मा ने प्रकट किए। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् शिक्षा के व्यवसायीकरण के खिलाफ बार-बार आवाज उठाती रही है। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य भारतवर्ष को पुनः विश्वगुरु बनाने का है। शिक्षा के बिना देश दिशाहीन है। अतः हमें एक उद्देश्य के साथ चलना है, शिक्षा जीवन के लिए, जीवन वतन के लिए। कार्रक्रम का शुभारंभ मुख्यातिथि एवं िवशिष्ट अतिथि प्रदेश मंत्री वल्देव चैधरी, चेयरमैन लालता प्रसाद माहौर, तथा नगर अध्यक्ष अनिल शर्मा कस्बा के मुख्य उद्योगपति निर्देश चंद्र वाष्र्णेय, द्वारा संयुक्त रूप से मां भारती और मां सरस्वती के छबिचित्र के सामने दीप जलाकर किया गया। वक्ताओं ने विद्यार्थी परिषद से जुडी तमाम बातों को बताया इस दौरान नगर मंत्री रोहित माहौर, रूपेश उपाध्याय, धु्रव शर्मा, प्रवीन वर्मा, अर्चित गौत, कपिल, विक्रम पंडित, आशुतोष पाठक, करन, आर्य, श्रीमती गीता, ज्ञानेन्द्र शर्मा, गोपाल शर्मा, ललित शर्मा, ममता शर्मा, गीता गुप्ता, राजेश, दुर्गेश पचैरी, रमन कुमार आदि मौजूद थे।