हरदोई। सवायजपुर विधानसभा क्षेत्र में विधायक और डीएम के बीच तीखी नोक झोंक देखने को मिली है। यहां डीएम के बिहेवियर से नाराज़ विधायक ने जिलाधिकारी को खरी खोटी सुनाई है। विधायक माधवेंद्र सिंह ने कहा ‘तुमने गाजीपुर में भाजपा खत्म करा दी अब यहां भी खत्म करा देना’
दरअसल बाढ़ प्रभावित गांव कहारकोला पहुंचे क्षेत्रीय विधायक माधवेंद्र प्रताप सिंह रानू व डीएम मंगला प्रसाद सिंह के बीच बाढ़ राहत सामग्री वितरित करने को लेकर तीखी नोकझोंक हो गई। विधायक ने अपने प्रोटोकॉल का हवाला देकर डीएम को कड़ी फटकार लगाई और कहा कि तुमने गाजीपुर में भाजपा खत्म कर दी, और यहां भी भाजपा खत्म करने आ गए। डीएम के मुखातिब न होने से विधायक खिन्न हो गए थे।
मिनट टू मिनट तफसील से ये हुआ घटनाक्रम
गुरुवार दोपहर 2:30 बजे सवायजपुर विधायक माधवेंद्र प्रताप सिंह रानू ब्लाक भरखनी के बाढ़ प्रभावित गांव कहारकोला गांव पहुंचे, और उन्होंने गर्रा नदी के कटान में अपने घर गवां चुके 10 परिवारों से गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय में मुलाकात की और उन्हें हर संभव शासकीय सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। इस ही बीच सूचना मिली कि जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह भी गांव पहुंच रहे हैं तो विधायक अपने कार्यकर्ताओं और अधिकारियों कर्मचारियों के साथ विद्यालय में बैठ गए और डीएम साहब का इंतजार करने लगे। जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह लगभग 3:00 बजे गांव पहुंचे और उन्होंने गर्रा नदी के कटान से हुए नुकसान का मौके पर पहुंचकर मुआयना किया व ग्रामीणों के हित में मौके पर मौजूद सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता, तहसीलदार शाहाबाद व ग्राम प्रधान को आवश्यक निर्देश दिए। इसके बाद करीब 3:30 बजे डीएम एमपी सिंह गांव के उच्च प्राथमिक विद्यालय पहुंचे। आरोप है कि डीएम एमपी सिंह विद्यालय में पहले से मौजूद क्षेत्रीय विधायक रानू सिंह से मुखातिब न होकर नदी में जिन 10 ग्रामीणों के मकान कट गए थे, उनके लिए राहत सामग्री को क्रमवार रखवाने लगे और ग्रामीणों से बाढ़ से हुई क्षति के बारे में जानकारी करने लगे। करीब आधा घंटे तक क्षेत्रीय विधायक डीएम के क्रियाकलापों को पास में ही बैठकर देखते रहे। लेकिन जिलाधिकारी ने विधायक को बिल्कुल भी तवज्जो नहीं दी।
अंत में बाढ़ राहत सामग्री वितरित करने के लिए ज्यों ही डीएम ने विधायक रानू सिंह को बुलाया तो विधायक का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया, और विधायक रानू सिंह डीएम पर बरस पड़े। विधायक ने कहा तुम्हें विधायक का प्रोटोकॉल नहीं मालूम, मै यहां कब से बैठा हूं और सब कुछ तुम्हें ही करना है तो तुम खुद ही बांट लो। विधायक यहीं नहीं रुके उन्होंने कहां कि तुमने गाजीपुर में भाजपा खत्म कर दी और यहां भी भाजपा खत्म करने आ गए। मुझे ऐसा वैसा विधायक मत समझना। विधायक रानू सिंह ने डीएम एमपी सिंह को तमाम खरी-खोटी सुनाईं। फिर क्या था डीएम एमपी सिंह बैकफुट पर आ गए और उन्होंने विधायक को काफी मनाने का प्रयास किया पर विधायक नहीं माने। जिसके बाद डीएम ने बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री ले जाने के लिए कह दिया और किसी ग्रामीणों को राहत सामग्री अपने हाथ से नहीं दी।
कान की खुसुर-फुसर के बाद जा चुके लाभार्थियों के साथ फोटो सेशन हुआ है, इस घटनाक्रम के बाद डीएम ने विधायक के पास जाकर काफी मान-मनोव्वल की कानाफूसी के बाद विधायक शांत हुए। जिसके बाद राहत सामग्री लेकर जा चुके ग्रामीणों को खोजा गया। जिनमें से एक ग्रामीण बमुश्किल ढूंढे मिला। फिर उसको राहत सामग्री समेत विधायक और डीएम के समक्ष लाया गया। फिर फोटो सेशन हुआ, विधायक और डीएम ने बाढ़ राहत सामग्री देते हुए फोटो खिंचवाए पर दोनों के चेहरे पर साफ गुस्सा दिखाई दे रहा था। डीएम और विधायक के बीच हुई नोकझोंक की चर्चा सवायजपुर विधानसभा क्षेत्र सहित पूरे जनपद में है। पूरे प्रकरण में बीजेपी कार्यकर्ता अपने विधायक की बडाईं कर रहे हैं तो वहीं प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचारी दबी जुबान से विधायक की गलती दे रहे हैं। पूरे मामले का एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें विधायक और डीएम के बीच नोकझोंक हो रही है। जिससे पूरे जिले में विधायक और डीएम के बीच हुई तीखी नोंकझोंक को लेकर तमाम तरह की चर्चा आम है।