आज हम एक ऐसी देवी मां के दर्शन करवाएंगे मां को लगता है मदिरापान का भोग
रतलाम के समीप एक ऐसा प्राचीन मंदिर है जहां पर स्वयं मां कवलका को मदिरापान का भोग लगता है
रतलाम जिले के समीप बिरमावल की जहां पर एक रुंडी पर विराजमान मां कालका मैया के मंदिर पर मदिरापान का भोग लगता है वहां पर दूर दूर से भक्त लोग दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं यहां पर माना जाता है कि जिसको संतान प्राप्ति नहीं होती है उनको संतान प्राप्ति भी हो जाती हैं
आपको बता दें कि रतलाम जिले के इस पवित्र स्थान पर दूर-दराज से छोटे नवरात्रि में लोग पहुचते जैसे राजस्थान गुजरात इंदौर उज्जैन के जिलों से यहां पर लोग दर्शन करने के लिए आते हैं।
और माता रानी को मदिरापान का भोग लगाते हैं साथी जिस महिला को संतान प्राप्ति नहीं होती है वह महिला भी यहां पर आती हैं और माता रानी के दरबार में अर्जी लगा कर संतान प्राप्ति की मन्नत मांगती हैं।
वही मंदिर पुजारी राजेश गोस्वामी का कहना है कि यह मंदिर 5 हजार साल पुराना है ओर यहां पर जिस महिला को संतान प्राप्ति नहीं होती है उस महिला को संतान प्राप्ति भी होजाती है।
वहीं मंदिर पुजारी राजेश गोस्वामी का कहना है कि यहां पर बडे नवरात्रि ओर छोटे नवरात्रि में काफी सख्या मे लोग दर्शन करने के लिए आते हैं